हम आपको बतायेगे की पिंडलियों का दर्द क्यों होता है और इसके उपाय क्या क्या है? आज के जीवन को देखते हुए यह हर इंसान के लिए यह बहुत बड़ी समस्या हो गयी है। पिंडलियों में दर्द आना यह एक ऐसा टॉपिक है हर कोई इंसान इससे परेशान है। इस प्रॉब्लम का क्या डिफरेंट रीजंस हैं कि यह हर इंसान इस दर्द से जूझ रहा है। आगे आपको बतायेगे की उसको हैंडल करने के लिए आपको क्या-क्या करना चाहिए? क्या ट्रीटमेंट होती है जिसके बारे में चर्चा करेंग। यह ऐसी प्रॉब्लम है जो काफी बार नजरअंदाज होती है। इस टाइम हम लोगों को यह लगता है कि यह थकावट की वजह से होता है। सोचते है थोड़ा सा काम कर लिया, थोड़े से ज्यादा खड़े रह गए उसकी वजह से पिंडलियों में दर्द होता है लेकिन ऐसा जरूरी नहीं कि यह हर बार हो।
पिंडलियों में दर्द क्यों होता है?
अगर आपकी पिंडलियों में दर्द आ रहा है पिंडलियों में खिंचाव आ रहा है तो किस कारण की वजह से आ रहा है। यह दर्द हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकता है और यह एक या दोनों पैरों में हो सकता है। ज़्यादा चलने, दौड़ने, एक्सरसाइज़ करने से अचानक किसी अन्य गतिविधि को करने से पिंडलियों की मांसपेशियां खिंच सकती हैं। लंबे समय तक खड़े रहने या अधिक चलने से भी पिंडलियों की मांसपेशियां थक जाती हैं। मांसपेशियों में ऐंठन से भी यह समस्या हो जाती है। जैसे की शरीर में पानी या इलेक्ट्रोलाइट्स (जैसे पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम) की कमी से ऐंठन हो सकती है। यह अचानक और तेज़ दर्द के रूप में महसूस होता है। इसके आलावा ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ी समस्याएं भी होती है। पैर की गहरी नसों में खून का थक्का जमना। पैरों में खून का बहाव कम होने से चलते समय दर्द होना। कमर से लेकर पिंडलियों की नसों तक की समस्या से झनझनाहट या दर्द हो सकता है।
पिंडलियों के दर्द के लिए घरेलू उपाय:
(1). सरसों का तेल और लहसुन की मालिश
सामग्री:
- 2–3 चम्मच सरसों का तेल
- 3–5 लहसुन की पोथी
मिश्रण बनाने की विधि:
- लहसुन को छीलकर हल्का कूट लें ताकि उसका रस अच्छे से तेल में घुल सके।
- उसके बाद एक छोटी कड़ाही में सामग्री अनुसार सरसों का तेल गर्म करें।
- जब तेल हल्का गरम हो जाए (धुआँ न निकले), उसमें कुटा हुआ लहसुन डालें।
- लहसुन को तब तक धीमी आंच पर जब तक भूनें रहे की वह हल्के भूरे न हो जाएं। ऐसा करने से तेल में लहसुन के सारे औषधीय गुण आ जाते हैं।
- अब गैस बंद कर दे और तेल को थोड़ा गुनगुना कर ले।
- अब तेल को छानकर एक छोटे बर्तन में रख लें।
पिंडलियों पर मालिश: रात को सोने से पहले तैयार किये गए गुनगुने लहसुन वाले सरसों के तेल को पिंडलियों पर धीरे-धीरे गोल घुमाते हुए मालिश करें, खासकर जहां दर्द ज्यादा हो रहा हो। लगातार 5–10 मिनट तक मालिश करें। ऐसा करने से खून का संचार बेहतर होता है। मांसपेशियों की सूजन और ऐंठन कम होती है।
(2). गर्म पानी से पिंडलियों की सिकाई
सामग्री:
- सहन करने योग्य गर्म पानी
- एक मोटा सूती कपड़ा
मिश्रण बनाने की विधि:
- एक बर्तन में गर्म पानी लें (सहन करने योग्य)
- एक साफ मोटा सूती कपड़ा लें और उसे पानी में पूरी तरह डुबोकर अच्छे से निचोड़ लें।
- अब वह गुनगुना सूती कपड़ा पिंडलियों पर रखें।
- सूती कपड़ा ठंडा होने लगे तो फिर से गर्म पानी में डुबोकर यही प्रक्रिया दोहराएं।
- यह प्रक्रिया लगभग 15-20 मिनट तक करें।
यह प्रक्रिया कब करें: सुबह उठने के बाद या रात को सोने से पहले। यह प्रक्रिया थकान या ऐंठन के बाद तुरंत करने से ज्यादा फायदा देती है।
(3). पोटैशियम युक्त चीजें खाएं
पिंडलियों के दर्द या ऐंठन से राहत पाने में पोटैशियम युक्त चीजों का सेवन करना चाहिए। पोटैशियम एक आवश्यक मिनरल है जो मांसपेशियों के संकुचन और नसों के कार्य को संतुलित रखता है। इसकी कमी से मांसपेशियों में ऐंठन, कमजोरी और दर्द हो सकता है। पोटैशियम मांसपेशियों को सही तरह से काम करने में मदद करता है। पोटैशियम शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन रखने में मदत करता है। इसका सेवन व्यायाम या पसीना निकलने के बाद करना चाहिए।
पोटैशियम युक्त प्रमुख चीजे: केला, उबला आलू, अमरूद और आम, पालक, नारियल पानी, बीन्स और दालें।
(4). हल्दी और अदरक वाला दूध
सामग्री:
- 1 गिलास दूध
- ½ छोटा चम्मच हल्दी पाउडर
- ½ छोटा चम्मच पिसा हुआ अदरक
- 1 चुटकी काली मिर्च पाउडर
- शहद या गुड़
बनाने की विधि:
- एक पैन में दूध डालें और गैस की आंच पर गर्म करें।
- उसमें हल्दी पाउडर और पीसी हुई अदरक डालें।
- एक चुटकी काली मिर्च डालें।
- दूध को 5–7 मिनट तक धीमी आंच पर उबालें ताकि सभी तत्व अच्छे से मिल जाएं।
- गैस बंद करें और दूध को छान लें और थोड़ा ठंडा होने के बाद फिर शहद या गुड़ मिलाएं। ध्यान रहे शहद या गुड़ को गर्म दूध में ना डालें। ठंडा होने पर डालें। 78 दिन लगातार रात को सोने से 30 मिनट पहले पिने से असर महसूस होने लगेगा।
इस उपाय के लाभ: पिंडलियों की सूजन और दर्द में राहत मिलता है। मांसपेशियों की रिकवरी में मदद मिलता है। नींद अच्छी आती है। इसके सेवन से इम्यून सिस्टम मज़बूत होता है।
(5). पिंडलियों के दर्द के लिए योग और स्ट्रेचिंग
पिंडलियों के दर्द से राहत पाने के लिए योग और स्ट्रेचिंग बहुत फायदेमंद है। यह मांसपेशियों की जकड़न को कम करता है, रक्त संचार बढ़ाता है। नियमित रूप से योग करें, तो दर्द धीरे-धीरे कम होने लगता है और मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इससे शरीर और मन को शांत और संतुलिटी मिलती है।
पिंडलियों के लिए योगासन:
(a) ताड़ासन (Mountain Pose):
- सीधे खड़े हो जाएं, दोनों पैर पास-पास करे।
- दोनों हाथों को ऊपर उठाएं और पूरे शरीर को पंजों के बल खींचें।
- शरीर को ऊपर की ओर खींचते हुए 10–15 सेकंड तक रोके।
- यह 3–4 बार दोहराएं।
(b) वज्रासन में बैठकर पंजों की स्ट्रेचिंग:
- पहले घुटनों के बल बैठें।
- अपने पंजों के नीचे उंगलियां मोड़ें और शरीर का भार धिरे-धिरे पीछे डालें। और 15–20 सेकंड रुकें।
(c) अधोमुख श्वानासन (Adho Mukha Svanasana):
- हाथ और घुटनों के बल आएं।
- हिप्स को ऊपर उठाते हुए ‘V’ आकार बनाएं।
- एड़ियों को ज़मीन की तरफ खींचने की कोशिश करें।