नॉर्थ कोरिया की काली सच्चाई आपको चौंका देगी।

आपने कभी नहीं सोचा होगा की नॉर्थ कोरिया (north korea) किसी माँ के साथ ऐसा भी कर सकता है। साल 2021 नॉर्थ कोरिया (north korea) के एक बड़े से स्टेडियम में 10000 लोगों के बीच एक 17 साल के लड़के को लाया गया, जो कि व्हील चेयर पर था। लड़के की मां स्टेडियम में मौजूद उस क्राउड में बैठकर रो रही थी कि तभी तीन नॉर्थ कोरियन सैनिको ने उस व्हील चेयर पर बैठे लड़के पर मशीन गन से नौ राउंड फायर किए। लड़के की वहीं पर जान चली गई। कुछ देर के लिए पूरा ग्राउंड शांत हो गया लेकिन उसके बाद स्टेडियम में बैठा हर एक इंसान तेजी से तालिया बजाने लगा।  जिसमें से एक उस लड़के की मां भी थी जो रोते हुए लगातार तालिया बजा रही थी। क्या आप जानते हो कि उस लड़के की गलती क्या थी। गलती सिर्फ साउथ कोरियन यानी कि के पॉप म्यूजिक को सुनना। 

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करीब 2. 6 करोड़ की आबादी वाला दुनिया के सबसे आइसोलेटेड देश जिसमें मौत की सजा देना काफी आम बात है। नॉर्थ कोरिया (north korea) की बाउंड्रीज तीन अलग-अलग देशों से मिलती है रशिया, चाइना और साउथ कोरिया। इसीलिए कई बार यहां के लोग इन बाउंड्रीज के जरिए नॉर्थ कोरिया (north korea) से निकलने की कोशिश भी करते हैं। साल 2017 में 24 साल की एक महिला अपने बेटे के साथ नॉर्थ कोरिया (north korea) से भागते हुए चीन के बॉर्डर तक जा पहुँचती। उसे लगा कि शायद अब वो नॉर्थ कोरिया के जहन्नम जैसी जिंदगी से अपने और अपने बेटे को आजाद कर चुकी है। पर उसकी खुशी एक पल की थी। क्योंकि चाइना में एंटर करने के बाद वहां की अथॉरिटी द्वारा उसे दोबारा से नॉर्थ कोरियन सोल्जर को सौंप दिया गया। नॉर्थ कोरिया (north korea) सरकार ने उसे भागने की सजा के तौर पर टॉर्चर एंड फाइनली मौत की की सजा दी। 


अब काफी अलग-थलग होने के कारण इस देश के खबरों का बाहर आना काफी मुश्किल है। लेकिन जो खबरें बाहर आती है वो काफी दिल दहला देने वाली होती है। जैसे अभी अभी नॉर्थ कोरिया (north korea) में 200 लोगों के निष्पादन रिपोर्ट सामने आई। जिसमें एक बड़ा नंबर बच्चे का था जिनमें उसके ऊपर क्राइम थे की पॉप म्यूजिक को सुनना  एंड फॉरेन मूवीज को देखता था। क्योंकि यहां के सुप्रीम लीडर किम जॉन उनके मुताबिक फॉरेन म्यूजिक सुनना या फिर मूवीज को देखना ये एक्टिविटी नॉर्थ कोरिया कंट्री के लिए एक बड़े वायरस की तरह है जो उनकी सिविलाइजेशन को डिस्ट्रॉय कर सकती है। नॉर्थ कोरिया (north korea) से भाग कर आए एक डिफेक्टर जिनका नाम ओसे हायकन के मुताबिक कई बार अथॉरिटीज एग्जीक्यूशन के बाद लोगों की बॉडी क्राउडेड प्लेस लाइक मार्केट एंड स्टेडियम में लटका दिया जाता है। ताकि उन बॉडीज को देखकर लोगों के मन में डर बैठ सके कि आखिर रूल्स तोड़ने वालों का कितना घातक अंजाम होता है। 


अब इन सबके बावजूद ना नॉर्थ कोरिया (north korea) के टीवीज और रेडियो पर यह प्रोपेगेंडा लगातार लोगों को सुनाया जाता है कि वो दुनिया के सबसे बेस्ट कंट्री में जी रहे हैं और उन्हें उस जिंदगी के लिए अपने सुप्रीम लीडर्स का शुक्र गुजार होना चाहिए। नॉर्थ कोरिया (north korea) में यहां के सुप्रीम लीडर्स को भगवान की तरह पूजा जाता है जहां आपको उनकी नहीं बल्कि उनकी फोटो का भी सम्मान करना होता है। साल 2020 में नॉर्थ कोरिया v के ऑन सोंग टाउन में रहने वाली एक महिला के घर में आग लग गई थी। महिला ने किसी तरह से अपनी जान पर खेलकर आग में फंसे अपने बच्चों की जान बचा ली। इस घटना के बाद पूरी कोरियन मीडिया में उस औरत के खिलाफ काफी नेटिव प्रोपेगेंडा चलाया गया और उसे सजा देने की मांग की गई। पर सवाल यह है कि आखिर उसकी गलती क्या थी?


उसकी गलती थी कि उसके घर में लगी आग में उसने अपनी और अपने बच्चों की जान बचाई ना कि अपने घर में लगी इन कोरियन सुप्रीम लीडर्स की फोटो को। मतलब यह कितना बड़ा क्राइम है की उस डर से उस आग के दौरान एक पड़ोसी किसान ने अपनी जान पर खेलकर इन सुप्रीम लीडर्स की फोटो को बचाया और उसकी पूरी नॉर्थ कोरियन मीडिया पर काफी तारीफ की गई। वैसे नॉर्थ कोरिया (north korea) के बारे में यह जानकर हैरानी होगी कि यूनेस्को के मुताबिक इस कंट्री का लिटरेसी रेट 100% है यानी यहां की पूरी आबादी पढ़ी लिखी है। नॉर्थ कोरिया (north korea) की खास बात यह है कि यहां पर पूरी एजुकेशन गवर्नमेंट फंडेड होती है और यह कहीं ना कहीं नॉर्थ कोरिया (north korea) की जरूरत भी है खास करके उनके लीडर्स की क्योंकि इनकी पूरी स्टडीज के दौरान बच्चे से बड़े होने तक इन्हें लगातार ब्रेन वॉश किया जाता है। 


इन्हें नॉर्थ कोरिया (north korea) की झूठी हिस्ट्री पढ़ाई जाती है कि कैसे उनके सुप्रीम लीडर्स भगवान के अवतार हैं। जिन्होंने नॉर्थ कोरिया (north korea) को जापान, साउथ कोरिया और अमेरिका जैसे अत्याचारी देशों से अकेले ही बचाया है। यहां तक कि चाहे साइंस हो या मैथमेटिक्स हर सब्जेक्ट में यहां सुप्रीम लीडर की एक भगवान की तरह तारीफ करना जरुरी है। यूनिवर्सिटी में साइंटिफिक स्टडीज करने वाले स्टूडेंट्स और साइंटिस्ट को भी अपने आर्टिकल्स में इस तरह के तारीफ को जड़ने पड़ते हैं। महान नेता सम्माननीय किम इल सुंग ने मुझे यह सिखाया महान मार्गदर्शक सम्माननीय किंग जंग इल ने मुझे यह नॉलेज दी है। 17 साल तक पूरी तरह से ब्रेन वॉश किए जाने के बाद अब नॉर्थ कोरिया (north korea) के हर एक स्टूडेंट्स को कंपलसरी मिलिट्री में सर्विस करने के लिए जाना पड़ता है।  


लड़कों की बात करें तो उनके लिए सबसे अच्छी जॉब मिलिट्री में एक परमानेंट सोल्जर्स बनने या फिर किसी गवर्नमेंट पोस्ट पर काम करने का ही होता है। नॉर्थ कोरिया (north korea) भी अपने खुद के नियमों का पालन नहीं करता इसलिए कंपनी या फिर फार्म पर काम करने वाले लोगों को दिन में 12 या उससे ज्यादा घंटे काम करना होता है। और वीकेंड ऑफ मिलेंगे या नहीं उसकी भी कोई गारंटी नहीं है। नॉर्थ कोरिया (north korea) से भागे एक सोल्जर का कहना था कि मुझे आज भी याद है कि वहां पर हमें हर रोज एक बाउल में चावल और मक्के का आटा, एक कटोरी सलाद, सोयाबीन सूप के साथ मूली दी जाती थी। जो ऑफकोर्स लोगों को पसंद नहीं आती थी। इसलिए वो भी ब्लैक मार्केट में चीजें बेचकर अपने लिए दूसरा खाना खरीद कर उसे खाते थे। नॉर्थ कोरिया (north korea) में गवर्नमेंट जॉब और मिलिट्री में लंबे वक्त तक काम करने वाले लोगों को सरकार एक आयु के बाद रिटायर भी करती है। 


आदमियों के लिए ये आयु 60 साल का है और औरतों के लिए 55 साल का। इसके बाद उन्हें नॉर्थ कोरिया (north korea) गवर्नमेंट द्वारा उनकी लास्ट सैलरी का 30 % दिया जाता है। तो यूनाइटेड नेशन के मुताबिक किसी भी इंसान को सर्वाइवल के लिए मिनिमम 600 ग्रा पर एवरेज डेली फूड की जरूरत होती है। लेकिन नॉर्थ कोरिया (north korea) में राशन कार्ड पर लोगों को एवरेज 400 ग्राम पर % डेली फूड दिया जाता है। जिसे साल 2019 में फसल की कमी के कारण घटाकर एवरेज 300 ग्राम पर % तक कर दिया गया। इस कम फूड के कारण वहां पर मौजूद मेजॉरिटी गरीब लोग कीड़े मकोड़े यहां तक कि पेड़ों की जड़ों को भी खाते हैं। साल 2000 के डेटा के मुताबिक नॉर्थ कोरिया में 45-69000 एडल्ट्स एंड 167000 चिल्ड्रन डेली तंबाकू कंज्यूम करते हैं। और यहां के 50 % से ज्यादा लोग मेल स्मोकिंग एंड अल्कोहल के एडिक्शन से जूझ रहे हैं। जिसका कारण है यहां पर इन चीजों का काफी सस्ता होना एंड लोगों की जिंदगी काफी मुश्किल और स्ट्रेसफुल होना। 


नॉर्थ कोरिया (north korea) में सिगरेट का एक पैकेट 0. 08 $ यानी कि इंडियन रूपए में केवल 7₹ में मिल जाता है और यहां पर सबसे ज्यादा चाइनीज अल्कोहल हल कोवाल यांग लेकर बिकती है जो सस्ती होने के साथ-साथ काफी स्ट्रांग भी होती है क्योंकि बाय वॉल्यूम इसमें 38 % से लेकर 63 % अल्कोहल होता है। लेकिन मोस्टली नॉर्थ कोरियन इसे भी अफोर्ड नहीं कर पाते और वो अपने घर में ही पोटैटो एंड कॉर्न से इल्लीगल तरीके से अल्कोहल को बनाते हैं। जिसे बच्चे, बूढ़े सब सॉफ्ट ड्रिंक की तरह पीते हैं वैसे नॉर्थ कोरिया (north korea) में भी अल्कोहल पीने की 18+ आयु की लिमिट है।  लेकिन नॉर्थ कोरियन गवर्नमेंट के लिए आयु से पहले अल्कोहल पीने की बजाय बीटीएस और ब्लैक पिंक के पॉप्स सुनना ज्यादा बड़ा क्राइम है।  


इसलिए यहां उम्र से पहले अल्कोहल या स्मोकिंग कर रहे बच्चों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता। वैसे अगर बीटीएस सॉन्ग सुनने, अमेरिकन मूवी देखने, भागने की कोशिश करने या फिर आग में सुप्रीम लीडर की तस्वीरों को छोड़कर अपनी और अपने बच्चों की जान बचाने जैसे बड़े क्राइम पर भी आपको अगर मौत की सजा नहीं सुनाई गई तो इसमें खुश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि इसके बाद शायद आपको अपनी पूरी जिंदगी कंट्री में अलग-अलग रिमोट प्लेसेस में बने प्रिजन कैंप्स में गुजारनी पड़ेंगी। जो कैंप्स इस आइसोलेटेड कंट्री में मौजूद एक और आइसोलेटेड जगह है जहां के लोग बाकी कंट्री से भी कटे होते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक नॉर्थ कोरिया (north korea) के अलग-अलग प्रिजन कैंप्स में ऑलमोस्ट 5 लाख से 2 लाख लोग बंद है जिन्हें सुबह 5:00 बजे से लेकर रात तक माइनिंग एंड कंस्ट्रक्शन साइट्स पर काफी ज्यादा काम करना होता है। 


और इन सब के बावजूद इन्हें काफी कम खाना दिया जाता है जिसके चलते इन कैंप्स के हालत इतनी बेकार है कि करीब 40 % लोग न्यूट्रिशंस की कमी से मर जाते हैं। यहां रूल्स एंड रेगुलेशंस ना होने के चलते औरतों और बच्चों के साथ फिजिकल और मेंटल टॉर्चर होना तो काफी आम बात है। क्योंकि यहां पर प्रिजनर्स के अपने कोई अधिकार नहीं होते बल्कि यहां के अपने नियम हैं जो यहां रहने वाले प्रिजनर्स को मानने होते हैं जिनको तोड़ने पर मोस्टली केवल एक ही सजा दी जाती है और वो है मौत की सजा। आपने कुछ चुरा कर भागने की कोशिश की या तीन से ज्यादा लोगों के ग्रुप में बात की या फिर किसी के भागने की प्लानिंग को रिपोर्ट नहीं दी इन सब केसेस में आपको यही एक सजा दी जाएगी। 


नॉर्थ कोरिया (north korea) से भागकर अमेरिका पहुंचे शिन डोंग युग बताते हैं कि मेरा जन्म इसी तरह के कैंप में हुआ था और बचपन से ही इसी कैंप में रहने के कारण उन्हें बाहर की दुनिया के बारे में कुछ पता ही नहीं था उन्हें यह भी नहीं पता था कि नॉर्थ कोरिया (north korea) के अलावा भी कोई दूसरा देश मौजूद है। उन्हें बस भूख और दर्द समझ में आता था उनके मुताबिक कैंप में रहने वाले लोगों के लिए प्यार और परिवार जैसा भी कोई कांसेप्ट नहीं था।   वो इसका एग्जांपल देते हुए अपनी एक स्टोरी भी शेयर करते हैं वो कहते हैं कि "एक बार मेरी आंखों के सामने एक लड़की को पीट-पीट कर मार दिया गया क्योंकि उसने खाना चुराया था और उसे देखकर मुझे कुछ भी महसूस नहीं हुआ। इसके अलावा एक बार तो मुझे और मेरी पूरी फैमिली को खींचते हुए बाहर लाया गया और मेरी आंखों के सामने मेरी मां और भाई को गोली मार दी। लेकिन उस दौरान भी मुझे कुछ महसूस नहीं हुआ मुझे बस इतना पता था कि इन्होंने नियम तोड़े हैं जिसकी इन्हें सजा दी गई है।" 


अपनी आंखों के सामने अपने पूरे परिवार को भूख प्यास से मरता हुआ देखते हैं या गवर्नमेंट के अत्याचार को झेलते हैं यह सब इतना मुश्किल होता है कि नॉर्थ कोरिया (north korea) से भागने में कामयाब हुए खुशकिस्मत लोगों के अंदर वो भयानक यादें हमेशा बनी रहती है। जो वो दुनिया के साथ शेयर करते है। 

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